धार्मिक पर्यटन क्षेत्र के रूप में स्थापित होगा जौरासी क्षेत्र – मुख्यमंत्री डॉ. यादव

अवध से अरब तक भारत की सांस्कृतिक ध्वजा लहरा रही है – मुख्यमंत्री डॉ. यादव

धार्मिक पर्यटन क्षेत्र के रूप में स्थापित होगा जौरासी क्षेत्र – मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री ने जौरासी में अष्ट महालक्ष्मी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की प्रगति व खुशहाली की कामना की

विधानसभा अध्यक्ष तोमर भी हुए शामिल

प्रदेश के मंदिरों की महत्ता स्थापित करने के लिये मंत्रिमण्डलीय उप समिति गठित

भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक अनुष्ठान का महापर्व चल रहा है, जिसमें अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है। आज अवध से अरब तक भारत की सांस्कृतिक ध्वजा लहरा रही है। सनातन संस्कृति की इसी गौरवशाली परंपरा के अनुसार ग्वालियर जिले के जौरासी में अष्ट महालक्ष्मी के

ग्वालियर – चंबल क्षेत्र में भगवान शनिदेव व सूर्य भगवान के भव्य मंदिर हैं। संतुलन व शांति के लिए महालक्ष्मी का मंदिर होना आवश्यक है। क्षेत्रवासियों की यह अभिलाषा अब पूरी हो गई है। जौरासी में नवनिर्मित भव्य मंदिर में आदि लक्ष्मी यानि महालक्ष्मीजी जी के साथ लक्ष्मीजी के आठ रूप अर्थात धन लक्ष्मी, धान्य लक्ष्मी, गज लक्ष्मी, सन्तान लक्ष्मी, वीर लक्ष्मी, भाग्य लक्ष्मी, विजय लक्ष्मी व विद्या लक्ष्मी की प्रतिमाओं की स्थापना की गई है।

 अद्भुत एवं भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव जौरासी में अष्ट महालक्ष्मी जी के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए। सुप्रसिद्ध जौरासी हनुमान मंदिर एवं अष्ट महालक्ष्मी मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की प्रगति और खुशहाली की कामना की। विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए।

अष्ट महालक्ष्मी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बड़ी संख्या में मौजूद श्रृद्धालुओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जौरासी में प्रदेश ही नहीं देश के अद्भुत एवं भव्य अष्ट महालक्ष्मी मंदिर का निर्माण हुआ है। इसकी स्थापत्य कला मनोरम व शांति प्रदान करने वाली है। उन्होंने कहा कि जौरासी ऊर्जा एवं शांति से परिपूर्ण धर्म व आध्यात्म का क्षेत्र है। निश्चय ही यह क्षेत्र धार्मिक पर्यटन के बड़े केन्द्र के रूप में स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि जौरासी में निर्मित अष्ट महालक्ष्मी जी का मंदिर हम सबके जीवन में खुशियाँ लेकर आयेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार ने पुराने मंदिरों की महत्ता को स्थापित करने के लिये मंत्रिमण्डलीय उप समिति का गठन किया गया है। इस समिति के निर्देशन में प्रदेश भर के मंदिरों को सूचीबद्ध कर धर्मस्व, राजस्व एवं पर्यटन इत्यादि विभागों के सहयोग से इन मंदिरों का जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण कर उनकी महत्ता स्थापित की जायेगी।

जौरासी में अष्ट महालक्ष्मी मंदिर का निर्माण हनुमानजी मंदिर जौरासी न्यास द्वारा लगभग 14 करोड़ रूपए की लागत से कराया गया है। देश के सुप्रसिद्ध जौरासी हनुमान मंदिर पर आए चढ़ावे की राशि से अष्ट महालक्ष्मी मंदिर का निर्माण हुआ है। ग्वालियर क्षेत्र के निवासी लम्बे समय से अष्ट महालक्ष्मी मंदिर की स्थापना की प्रतीक्षा कर रहे थे।

जौरासी में अष्ट महालक्ष्मी जी के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हनुमानजी मंदिर जौरासी न्यास के अध्यक्ष सुरेश चतुर्वेदी, सचिव प्रेम सिंह भदौरिया, कौशल शर्मा, लोकेन्द्र पाराशर, वीरेन्द्र जैन सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, जौरासी मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में श्रृद्धालुजन उपस्थित थे।