15 नए चेहरे उतारेगी बीजेपी, कटेंगे मौजूदा सांसदों के टिकट

भोपाल

विधानसभा चुनाव की तर्ज पर लोकसभा चुनाव में भी भाजपा प्रदेश में कई तरह के प्रयोग करने जा रही है। इसके तहत 29 लोकसभा सीटों में से करीब आधी सीटों पर मौजूदा सांसदों के टिकट काटे जाएंगे। विधानसभा चुनाव में जिन सात सांसदों को टिकट दिया गया था उनमें से पांच चुनाव जीत कर विधायक बन गए हैं। वहीं 10 ऐसे मौजूदा सांसद हैं जिनके टिकट पर तलवार लटकी हुई है।

दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति प्रदेश की लोकसभा सीटों पर भाजपा का मंथन करेगी।  इस बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन मंत्री हितानंद शर्मा शाम को दिल्ली रवाना होंगे। इस बैठक से पहले बुधवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, प्रदेश संगठन महामंत्री ने केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठक की थी। इस बैठक में सभी 29 सीटों के दावेदारों के पैनल में आए नाम पर चर्चा की गई थी।  बुधवार की बैठक में हर सीट पर विस्तार से चर्चा की गई। इनमें से कुछ सीटों पर सिंगल नाम तय कर लिए गए हैं। इसमें मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा एक मात्र ऐसी सीट है जो भाजपा लगातार हार रही है। इस सीट पर उम्मीदवार के नाम पर अंतिम मुहर लग सकती है। इसमें झाबुआ-रतलाम, धार, मंडला, उज्जैन, भिंड, देवास सीटे शामिल बताई जाती हैं।

इनके कट सकते हैं टिकट
भाजपा इस बार लगभग 15 संसदीय सीटों पर चेहरे बदल सकती है। इसमें वे सीटें भी शामिल हैं जिन सांसदों को पार्टी ने हाल ही में विधानसभा का चुनाव लड़ाया था। इसमें मुरैना से नरेंद्र सिंह तोमर, दमोह से प्रहलाद सिंह पटेल, जबलपुर से राकेश सिंह, सीधी से रीति पाठक, होशंगाबाद से उदय प्रताप सिंह की जगह पर नए चेहरों को लोकसभा चुनाव में मौका दिया जाएगा। वहीं धार से  सांसद छतर सिंह दरबार, खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, भिंड सांसद संध्या राय, ग्वालियर सांसद  विवेक शेजवलकर, बालाघाट सांसद ढाल सिंह बिसेन, सागर सांसद राजबहादुर सिंह, भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर, विदिशा सांसद रमाकांत भार्गव, सतना सांसद गणेश सिंह का टिकट कट सकता है। गणेश सिंह हाल ही में विधानसभा का चुनाव सतना से हार चुके हैं।

इन सीटों पर सिंगल नाम
जिन सीटों पर सिंगल नाम तय किए गए हैं उन सीटों पर अधिकांश पर भाजपा के सांसदों को फिर से मौका दिए जाने का पार्टी ने मन बना लिया है। इसमें खजुराहो से वीडी शर्मा, टीकमगढ़ से डॉ. वीरेंद्र सिंह, मंडला से फग्गन सिंह कुलस्ते, देवास से महेंद्र सिंह सोलंकी, मंदसौर से सुधीर गुप्ता, झाबुआ से गुमान सिंह डामोर, बैतूल से दुर्गादास उइके के नाम शामिल बताए जाते हैं।