मध्यप्रदेश को मिलेगी वन अभयारण्य पर्यटन प्रदेश की पहचान

भोपाल

मध्यप्रदेश में पांच बाघ अभ्यारण्य, कई राष्ट्रीय उद्यान और वन्य जीव सेंचुरी मौजूद है। इनकोे सड़क नेटवर्क से जोड़कर लोक निर्माण विभाग मध्यप्रदेश को वन अभयारण्य पर्यटन प्रदेश के रूप में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएगा।

लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने विभाग के अधिकारियों को कहा है कि प्रदेश के सभी अभयारण्य, राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव सेंचुरी को प्रमुख शहरों से जोड़ने अच्छा सड़क नेटवर्क तैयार किया जाए। पहले चरण में जबलपुर से कान्हा और बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य के बीच सड़क यातायात सुगम बनाने पहल की जाए। कान्हा और बांधवगढ़ बाघ अभयारण्यों से जबलपुर के बीच सड़क मार्ग को चार लेन करने के लिए फिजिब्लिटी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश उन्होंने दिए है। पन्ना और पेंच टाईगर रिजर्व सहित अन्य टाईगर रिजर्व और अभयारण्यों के बीच की दूरियां जो ज्यादा है उन्हें कम करने की दिशा में लोक निर्माण विभाग काम करेगा।

 मध्यप्रदेश में मंडला, बालाघाट में कान्हा टाईगर रिजर्व, उमरिया में बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व, पन्ना में पन्ना टाईगर रिजर्व, सिवनी में पेंच टाईगर रिजर्व, होशंगाबाद में सतपुड़ा टाईगर रिजर्व, सीधी में संजय-दुबरी टाईगर रिजर्व, शिवपुरी में माधव राष्ट्रीय उद्यान, डिंडौरी में फॉसिल राष्ट्रीय उद्यान, धार में डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान, सिवनी में पेंच मोगली अभयारण्य, शिवपुरी में करेरा अभ्यारण्य, औबेदुल्लागंज में रातापानी, रतलाम में सैलाना, पन्ना में केन घड़ियाल, नर्मदापुरम में बोरी अभ्यारण्य,  सीधी में संजय डुबरी और सोन घड़ियाल , दमोह में वीरांगना दुर्गावती अभयारण्य है। इन सब स्थानों तक पहुंचने की जो वर्तमान में दूरियां है उन्हें कम करने के लिए नई सड़कें बनाई जाएंगी।

नर्मदा परिक्रमा पथ भी सुगम होगा
प्रदेश में नर्मदा परिक्रमा का बड़ा महत्व है। नर्मदा परिक्रमा पथ अनेक कच्चे-पक्के मार्गो को मिलाकर बनता है। लोक निर्माण विभाग इस नर्मदा परिक्रमा पथ को बेहतर और सुगम बनाने के लिए काम करेगा। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने विभाग के अधिकारियों को कहा है कि नर्मदा परिक्रमा पथ को और बेहतर और सुगम कैसे बनाया जा सकता है इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करें। नर्मदा परिक्रमा पथ पर श्रद्धालुओं के लिए घाटों पर चेंजिंग रूम, पूजा के लिए अलग स्थान और अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी। परिक्रम पथ पर श्रद्धालुओं के बीच में विश्राम करने के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी। बीच में पीने के पानी के लिए प्रबंध किए जाएंगे। परिक्रमा पथ पर छोटे पार्क, सजावटी फूलों के पौधे, हरियाली वाले छाया देने वाले पेड़ लगाए जाएंगे। नर्मदा परिक्रमा पथ पर आकर्षक फुटपाथ विकसित किया जाएगा।