इंदौर
मध्य प्रदेश को जल्द ही पहली वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात मिलने वाली है। इसकी शुरुआत अगले साल जनवरी महीने से हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने इंदौर दौरे पर इसकी घोषणा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री अगले महीने प्रवासी भारतीय सम्मेलन के उद्घाटन के लिए इंदौर आने वाले हैं। सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस वंदे भारत एक्सप्रेस की सबसे बड़ी खासियत इसकी स्पीड है। यह 160-180 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से दौड़ सकती है।
प्रदेश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन इंदौर से शुरू होने की संभावना है। इंदौर-जयपुर और इंदौर-जबलपुर के लिए ट्रेन को चलाने का प्रस्ताव है। रेलवे अधिकारियों ने ट्रेन को चलाने की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। स्थानीय सांसद शंकर लालवानी ने भी इसको लेकर रेलवे अधिकारियों से बात की है।
रूट और किराया अभी तय नहीं
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन के रूट और किराये के बारे में अभी कोई फैसला नहीं किया गया है। संभावना है कि इंदौर और जयपुर के बीच वंदे भारत ट्रेन का रूट उज्जैन वाला रहेगा। जयपुर के दुर्गापुरा से चलकर यह ट्रेन सवाई माधोपुर, नागदा, उज्जैन से होते हुए रात इंदौर पहुंचेगी। वापसी में ये ट्रेन इंदौर से उज्जैन, नागदा, सवाई माधोपुर होते हुए दुर्गापुरा (जयपुर) पहुंचेगी। जबलपुर के लिए भोपाल के रास्ते ही इस ट्रेन को चलाया जा सकता है।
इंदौर में तैयारियां शुरू
रेलवे पीआरओ खेमराज मीणा के मुताबिक वंदे भारत ट्रेन कब चलेगी ये फिलहाल तय नहीं है, लेकिन इंदौर में ट्रेन के संचालन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। ट्रेन के मेंटेनेंस सहित अन्य सुविधाओं को लेकर काम चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि हाई स्पीड ट्रेन होने के चलते इसका किराया ज्यादा होगा, लेकिन अभी कुछ तय नहीं है।
ट्रेन की ये खासियतें
वंदे भारत एक्सप्रेस की सबसे बड़ी खासियत इसकी स्पीड है। यह 160-180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। हालांकि, भारत में उपलब्ध रेल ट्रैक पर इसकी अधिकतम स्पीड 130 किमी प्रतिघंटा ही है। इस ट्रेन में वाई-फाई कंटेंट ऑन डिमांड की सुविधा है। हर कोच में 32 इंच की स्क्रीन लगाई गई है, जो यात्रियों को सूचना और इंफोटेनमेंट प्रदान करती है।