भोपाल
प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में अब लाड़ली लक्ष्मी पथ और लाड़ली लक्ष्मी वाटिका होंगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर महिला और बाल विकास विभाग ने सभी कलेक्टरों को इस संबंध में कार्यवाही करने के लिए कहा है। इसको लेकर विभाग द्वारा दिए गए निर्देश में कहा गया है कि जिला मुख्यालय की एक सड़क का नाम लाड़ली लक्ष्मी पथ होगा। जिस सड़क का यह नाम होगा उसका पहले से कोई नाम नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही एक पार्क भी वाटिका के रूप में विकसित किया जाना है जिसके लाड़ली लक्ष्मी वाटिका कहा जाएगा।
लाडली लक्ष्मी योजना की सफलता को देखते हुए लोगों की जुबान पर इस योजना को बनाए रखने के लिए सरकार इसके व्यापक प्रचार-प्रसार में जुट गई है। इसके लिए राज्य सरकार ने तय किया है कि सभी 52 जिले में एक आदर्श सड़क लाड़ली लक्ष्मी पथ के नाम से जानी जाएगी। जिला मुख्यालय में लाड़ली लक्ष्मी सड़क और लाड़ली लक्ष्मी वाटिका का निर्माण होना है। इस वाटिका में लाडली लक्ष्मियों के माध्यम से पौध रोपण को बढ़ावा दिया जाएगा। इस वाटिका के रखरखाव की जिम्मेदारी जिला मुख्यालय के संबंधित निकाय की होगी जिसमें वह वाटिका बनाई जाएगी। इसकी जानकारी सभी कलेक्टरों को महिला और बाल विकास विभाग को भेजना है। ऐसा करके सरकार लाड़ली लक्ष्मियों और उनके अभिभावकों का ध्यान खींचना चाहती है।
इन सड़कों के नाम की घोषणा आठ अक्टूबर को भोपाल के रवींद्र भवन में प्रस्तावित लाड़ली लक्ष्मी सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करने वाले थे पर मांडू में भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण वर्ग के कारण सम्मेलन टल गया। यह अब 15 अक्टूबर के बाद आयोजित किया जा सकता है।
कॉलेज में पहुंचने वाली बेटियों को मिलेगी पहली किस्त
इसी माह होने वाले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथों 1500 लाड़ली लक्ष्मी को स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश करने पर पहली किस्त के 12500 रुपए दिए जाएंगे। सरकार ने लाड़ली लक्ष्मी को स्नातक की पढ़ाई के दौरान पहले वर्ष में और फाइनल इयर में 12500 की दो किस्तों समेत 25000 रुपए देने का फैसला किया है। इसीलिए इन्हें भोपाल बुलाकर सीएम शिवराज इनसे संवाद भी करेंगे। गौरतलब है कि प्रदेश में करीब 43 लाख लाड़ली लक्ष्मी हैं।