मुंबई
'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान राहुल गांधी ने विनायक दामोदर सावरकर पर आरोप लगाया था कि उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अंग्रेजों का साथ दिया था और इसके बदले में उन्हें इनाम भी मिलता था। उनके इस बयान पर भड़के भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुंबई में विरोध प्रदर्शन किया और राहुल गांधी के पोस्टर पर जूते मारे। भाजपा नेता राम कदम ने इस प्रदर्शन को 'जूता मारो आंदोलन' नाम दिया। भाजपा के कार्यकर्ताओं का कहना है कि राहुल गांधी ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान किया है।
काम कदम ने कहा, राहुल गांधी का आपत्तिजनक बयान बेहद शर्मनाक है। उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। वह बार-बार ऐसे बयान देते रहते हैं जो कि अस्वीकार्य हैं और लोगों को आहत करते हैं। उद्धव ठाकरे पर जब उनके रुख के बारे में सवाल किया गया तो राम कदम ने कहा, उद्धव ठाकरे इस मामले में क्यों चुप हैं? वह राहुल गांधी से सवाल क्यों नहीं पूछ रहे हैं? क्योंकि उद्धव ठाकरे अब हिंदुत्व के साथ समझौता करते हैं और बालासाहेब ठाकरे के विचारों से इत्तेफाक नहीं रखते।
कर्नाटक में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राहुल गांधी ने कहा था, हम कांग्रेस के उन नेताओं को याद करते हैं जिन्होंने ब्रिटिशर्स से लड़ाई लड़ी। वे सालों तक जेल में रहे। इनमें महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल का नाम शामिल है। मैंने इतिहास में पढ़ा कि आरएसएस अंग्रेजों का साथ देता था। सावरकर को अंग्रेजों से इनाम मिलता था और भाजपा इसे छिपा नहीं सकती।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी पर पलटवार किया और कहा कि राहुल गांधी ना तो कांग्रेस का इतिहास जानते हैं और ना ही भारत का। राहुल गांधी ने स्वतंत्रवीर सावरकर का अपमान किया है। वह हमेशा कहते रहते हैं कि सावरकर अंग्रेजों के एजेंट से और हम उनकी इस गलतबयानी की निंदा करते हैं।