भोपाल
मप्र नर्सिंग काउसिंल में गड़बड़ी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब ही हाल में नियमों को ताक पर रखकर नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दे दी गई थी, बाद में हाईकोर्ट के दखल के बाद 85 कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी गई थी। अब एक ओर कारनामा सामने आया है। अब जीएनएम की मुख्य परीक्षा का रिजल्ट में गड़बड़ियां सामने आर्इं हैं।
दरअसल पहली मर्तबा मप्र नर्सिंग काउसिंल ने पहली मर्तबा नोएडा की एक कंपनी को 4 करोड़ रूपए में बीएससी, जीएनएम और एएनएम की परीक्षा और रिजल्ट जारी करने का जिम्मा दिया था। कंपनी की गलती का खामियाजा 24 हजार स्टूडेंट्स को उठाना पड़ रहा है, उन्हें जो अंकसूचियां दी गर्इं हैं, उसमें पहली अंकसूची में उत्तीर्ण और दूसरी में अनुतीर्ण बताया गया है। ऐसे में इससे प्रदेशभर के जीएनएम स्टूडेंट्स के छात्रों के भविष्य पर खतरा मंडराने लगा है। आनन-फानन में नर्सिंग प्रशासन ने पूरा रिजल्ट ही अमान्य घोषित कर दिया। यह रिजल्ट ओल्ड और न्यू कोर्स दोनों कोर्स की मुख्य परीक्षा का किया गया है।
मार्च 2022 में आयोजित की गई थी परीक्षा
यह परीक्षा मार्च 2022 में आयोजित की गई थी। जिसका परीक्षा परिणाम 30 सिंतबर को घोषित किया गया था। 7 से 13 अक्टूबर तक जीएनएम पहले वर्ष के रीटोटोलिंग और री-चेकिंग के आॅनलाइन फार्म जमा होना थे। परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद यह संज्ञान में आई हिक इसमें गलतियां हैं, इसलिए इस परिणाम को अमान्य घोषित कर दिया।