डिजिटल अपराध रोकने के लिए जन जागरूकता महत्वपूर्ण : राय

नयी दिल्ली
प्रधानमंत्री कार्यालय में मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी गुलशन राय ने साइबर सुरक्षा को वर्तमान दौर की सबसे बड़ी चुनौती बताते हुए कहा है कि डिजिटल अपराध रोकने के लिए जन जागरूकता महत्वपूर्ण है और इसके जरिए ही इस संकट से प्रभावी तरीके से निपटा जा सकता है।

 राय ने यहां साइबर सुरक्षा पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि साइबर अपराध रोकने में जागरूकता को जितना बढ़ाया जा सके उसे बढ़ाना चाहिए क्योंकि वही इस संकट के समाधान का सबसे प्रभावी तरीका है। उनका कहना था कि सभी लोगों को साइबर सुरक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाने की दिशा में अपना योगदान देना चाहिए।

साइबर सुरक्षा से जुड़े विशेषज्ञों ने कहा कि इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के लिहाज से भारत दुनिया में तीसरे स्थान पर है। नीति आयोग के अनुसार अमेरिका और चीन के बाद इंटरनेट के सबसे ज्यादा उपयोगकर्ता भारत में हैं। एक सर्वेक्षण के अनुसार यह संख्या 2012 से 2017 के बीच 44 फीसदी सालाना की दर से बढ़ी है।

विशेषज्ञों ने कहा कि ऑनलाइन सुरक्षा फर्म सिमेनटेक कॉर्प की हालिया रिपोर्ट के अनुसार भारत साइबर अपराध से प्रभावित होने वाले शीर्ष पांच देशों में शामिल है। उनका कहना था कि आईटी और आईटीईएस तथा एसएमई और सरकार मिलकर बड़े निगमों और संस्थानों के साथ काम करके देश को साइबर सुरक्षा तथा संरक्षण के लिए और बेहतर स्थिति में लाया जा सकता है ।

सेंटर फॉर रिसर्च ऑन साइबर क्राइम एंड साइबर लॉ के अध्यक्ष अनुज अग्रवाल ने कहा कि डिजिटल क्रांति समय की जरूरत है और इसमें होने वाले अपराधों को रोकने के लिए जागरूकता को बढ़ाने के साथ ही इससे जुड़े कानूनों को और प्रभावी तरीके से क्रियान्वित किए जाने की जरूरत है।

इस मौके पर सायबरो डीजिवेंचर के सहयोग से वीसर्व इंफोसिस्टमस प्राइवेट लिमिटेड ने साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में साइबर अनुपालन,साइबर ऑडिट, साइबर प्रमाणन,साइबर बीमा, साइबर फोरेंसिक जांच, साइबर प्रशिक्षण जैसी सेवाओं की भी शुरुआत की।

समारोह में दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड के सीईओ डॉ डी के महेश, कृभको के महाप्रबंधक – प्रोजेक्ट्स सीएस आजाद, आईएसजीईसी इंजीनियरिंग लिमिटेड के ग्रुप सीआईओ संजय घरदे भी मौजूद थे।

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