नई दिल्ली
राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार के बॉलीवुड को लेकर दिए गए बयान के बाद बवाल मच गया है। बीजेपी ने बयान की निंदा करते हुए पूछा है कि आखिर वोट बैंक के नाम पर कला और सिनेमा को क्यों विभाजित किया जा रहा है। मालूम हो कि एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पवार ने शनिवार को कहा था कि मुस्लिम अल्पसंख्यकों ने बॉलीवुड में सबसे ज्यादा योगदान दिया है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट किया, ''दादासाहेब फाल्के, किशोर कुमार, लता मंगेशकर, आशा भोसले, स्मिता पाटिल, माधुरी दीक्षित आदि का क्या?"
'आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन…'
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ''तो आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन कला और सिनेमा का धर्म होता है पवार साहब? लेकिन हम उस पार्टी से क्या उम्मीद कर सकते हैं, जिसके मंत्री नवाब मलिक डी कंपनी के साथ संबंधों के लिए जेल में हैं। पहले वे देश को हिंदू मुस्लिम में बांटते हैं.. फिर कक्षाओं को बांटते हैं.. वे राजस्थान में बिजली को भी बांटते हैं.. अब कला/सिनेमा बांट रहे हैं, जोकि दुख की बात है।'' वहीं, शरद पवार के बयान का विरोध करते हुए, बीजेपी नेता राम कदम ने अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, किशोर कुमार, लता मंगेशकर का जिक्र किया और पूछा कि क्या वह इंडस्ट्री में उनके योगदान से इनकार कर सकते हैं? उन्होंने कहा, "दादा साहब फाल्के ने इंडस्ट्री स्थापित की। क्या वे वोट बैंक की राजनीति के लिए कला या प्रतिभा को धर्म के नाम पर विभाजित करना चाहते हैं। इस विचार के पीछे साजिश क्या है?"