PM मोदी के साथ एक मंच पर आएंगे रूस-यूक्रेन के राष्ट्रपति, बाइडेन भी होंगे मौजूद, मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी

नई दिल्ली
युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की एक मंच पर आ सकते हैं और सबसे खास बात ये होगी, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मंच पर मौजूद रहेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, सभी नेताओं ने जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने की इजाजत दे दी है। आपको बता दें कि, इस साल का जी20 शिखर सम्मेलन इंडोनेशिया के बाली शहर में होने वाला है, जिसमें भारत को अहम वैश्विक जिम्मेदारी दी जाएगी और इस सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी मौजूद रहेंगे।

 
बाली में होगा जी20 शिखर सम्मेलन
यूएई के अखबार द नेशनल ने दावा किया है, कि इस साल 15 और 16 नवंबर को इंडोनेशिया के बाली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की मौजूद रह सकते हैं। 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद ये पहला मौका होगा, जब दो दुश्मन आमने-सामने होंगे। यूएई में इंडोनेशिया के राजदूत हुसैन बागिस ने द नेशनल के साथ एक विशेष इंटरव्यू में कहा कि, "दोनों (देशों के राष्ट्रपति) सहमत हैं(सम्मेलन में भाग लेने के लिए)।" हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि, "यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण स्थिति आसान नहीं है।" वहीं, व्हाइट हाउस ने भी कहा है, कि अगर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस सम्मेलन में भाग लेते हैं, तो फिर जेलेंस्की को भी शिखर सम्मेलन में शामिल होना चाहिए।"
 
क्या पुतिन से मिलेंगे बाइडेन?
वहीं, व्हाइट हाउस ने भी जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति बाइडेन की रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की बात से इनकार नहीं किया। इंडोनेशिया के राजदूत बागिस ने कहा कि, दोनों राष्ट्रपतियों की मेजबानी को लेकर तैयारियां तेजी से चल रहीं है। उन्होंने कहा कि, "हम अभी तय कर रहे हैं, कि उन्हें किन होटलों में रखा जाएगा। उन्हें अलग अलग होटलों में ठहराया जाएगा। उन्होंने कहा कि, हम किसी भी तरह के तनाव से बचने के लिए ऐसा कर रहे हैं"। उन्होंने कहा कि, "इंडोनेशिया दूसरे देशों की तुलना में काफी अलग है। और मेरे देश में सब कुछ शांतिपूर्ण है।" हालांकि, बाली में होने वाली बैठक में शामिल होने की योजना को लेकर ना तो रूसी विदेश मंत्रालय ने ही और ना ही यूक्रेनी विदेश मंत्रालय ने ही कोई जवाब दिया है।
 
बाली में जी20 सम्मेलन
15 और 16 नवंबर को वैश्विक बहुपक्षीय मंच जी20 शिखर सम्मेलन होना हैस, जिसमें दुनिया के शीर्ष 20 बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के राष्ट्राध्यक्ष इसमें शिरकत करेंगे। इस सम्मेलन में यूएई के राष्ट्रपति के भी शामिल होने की संभावना है। इंडोनेशिया के राजदूत ने कहा कि,"यूक्रेन G20 का हिस्सा नहीं है, लेकिन फिर भी हम उन्हें आमंत्रित कर रहे हैं। वहीं, हम UAE के साथ अपने विशेष संबंध होने की वजह से UAE को आमंत्रित कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि, सम्मेलन के मुख्य एजेंडे में हेल्थ सेक्टर, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और सस्टेनेबल एनर्जी ट्रांजीशन शांमिल रहेगा। उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि,"हम जी20 को शांति का मंच बनाना चाहते हैं, किसी संघर्ष का नहीं।"
 
भारत को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी
इंडोनेशिया जी20 शिखर सम्मेलन के बाद अगले जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की जिम्मेदारी भारत को दी जाएगी और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत ने जम्मू-कश्मीर में जी20 शिखर सम्मेलन कराने का फैसला किया है, जिसको लेकर पाकिस्तान और चीन पहले ही एतराज जता चुके हैं। वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक, भारत अपनी अध्यक्षता में 9-10 सितंबर 2023 को जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। भारत को इस साल एक दिसंबर को मेजबानी सौंपी जाएगी और 30 नवंबर 2023 तक भारत के पास ये अहम जिम्मेदारी होगी। आपको बता दें कि, जी20 शिखर सम्मेलन विकसित और उभरती अर्थव्यवस्थाओं को एक मंच पर लाता है।

सबसे बड़ा आर्थिक मंच
सामूहिक रूप से G20 वैश्विक जीडीपी का 85 प्रतिशत, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का 75 प्रतिशत और विश्व जनसंख्या का एक तिहाई हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है, जो इसे अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच बनाता है। भारत वर्तमान में जी20 ट्रोइका (वर्तमान, पिछली और आने वाली G20 प्रेसिडेंसी) का हिस्सा है, जिसमें इंडोनेशिया, इटली और भारत शामिल हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था क‍ि, हमारी अध्यक्षता के दौरान, भारत, इंडोनेशिया और ब्राजील ट्रोइका बनाएंगे। यह पहली बार होगा जब ट्रोइका में तीन विकासशील देश और उभरती अर्थव्यवस्थाएं शामिल होंगी, जो उन्हें वैश्विक पटल पर एक बड़ी आवाज प्रदान करेंगी।
 
जी20 में कौन-कौन से देश हैं शामिल?
आपको बता दें कि, इस वक्त G20 ग्रुप में 19 देश शामिल हैं, ज‍िनमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया, गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके और यूएस और यूरोपीय संघ (ईयू) आद‍ि प्रमुख रूप से शाम‍िल हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *