नई दिल्ली
भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच में काफी अच्छी पारी खेली। संजू सैमसन का ये भारतीय धरती पर पहला वनडे मैच था और इस मैच में उन्होंने अपने वनडे क्रिकेट करियर की बेस्ट पारी खेली। भारत को इस मैच में 9 रन से हार मिली, लेकिन संजू सैमसन की खेली नाबाद 86 रन की पारी को लंबे अरसे तक याद किया जाएगा। संजू सैमसन ने ये पारी 63 गेंदों का सामना करते हुए खेली।
संजू सैमसन की बल्लेबाजी में इंटेंट की कमी- कामरान अकमल
अब संजू की पारी को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के सीनियर विकेटकीपर-बल्लेबाज कामरान अकमल ने कहा कि संजू सैमसन को इसे टी20 मैच समझकर पहले ही गेंद से अटैक करना चाहिए था। अपने यूट्यूब पेज पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि संजू सैमसन ने शुरुआत में काफी वक्त ले लिया। यदि वो स्टार्ट से ही अटैकिंग बल्लेबाजी करनी शुरू कर देते तो इस मैच का रिजल्ट कुछ अलग होता। उन्होंने इस मैच में नाबाद 86 रन की पारी खेली, लेकिन उनकी पारी के पहले 30-35 गेंदों पर उनमें इंटेंट की कमी नजर आई। जब एक बड़ी टीम के खिलाफ खेलने की बात आती है तो उनमें अनुभव की कमी साफ तौर पर दिखती है। संजू सैमसन की इस कमी की वजह से ही भारत को हार मिली।
श्रेयस अय्यर ने की टाप क्लास बल्लेबाजी- कामरान अकमल
वहीं कामरान अकमल ने श्रेयस अय्यर की खूब तारीफ की और कहा कि भारत के शीर्ष बल्लेबाज आउट हो गए तो उन्होंने टीम के लिए एंकर की भूमिका निभाई। श्रेयस अय्यर ने इस मैच में 37 गेंदों पर 50 रन की पारी खेली थी। अकमल ने कहा कि श्रेयस अय्यर ने दिखाया कि एक अनुभवी बल्लेबाज इस परिस्थिति में किस तरह से बल्लेबाजी करता है। उन्होंने काफी अच्छी बल्लेबाजी की और अगर श्रेयस अय्यर आउट नहीं होते तो भारत मैच जीत सकता था। उन्होंने कहा कि इस मैच में इशान किशन और रुतुराज गायकवाड़ की बल्लेबाजी का भी गहरा प्रभाव पड़ा। गायकवाड़ ने इस मैच में 42 गेंदों पर 19 रन बनाए जबकि किशन ने 37 गेंदों पर 20 रन की धीमी पारी खेली।
रुतुराज और इशान कि खराब बल्लेबाजी भी भारत की हार की वजह
अकमल ने कहा कि ये लक्ष्य काफी हासिल करने योग्य था। रुतुराज गायकवाड़ को थोड़ा तेज खेलना चाहिए था यही नहीं इशान किशन को भी ऐसा ही करने की जरूरत थी। किशन ने भी काफी धीमी गति से खेला। उन्हें बेहतर स्कोरिंग रेट बनाए रखना चाहिए था, यह देखते हुए कि यह 40 ओवर का खेल था। भारत अपने जीत के टारगेट तक पहुंच जाता अगर ये बल्लेबाज इतनी धीरे-धीरे नहीं खेलते।