नई दिल्ली
चीन के शहर वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस ने जहां चीन के लोगों का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है तो वहीं दूसरी ओर चीन के आसपास के शहरों में तमाम तरह के कामकाज को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है। पर्यटन उद्योग तो बुरी तरह से प्रभावित हो चुका है। चीन में 1 अक्टूबर से सप्ताह भर चलने वाले राष्ट्रीय दिवस अवकाश के दौरान 42 करोड़ 20 लाख (422 मिलियन) पर्यटक यात्राएं दर्ज की गई। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल के छुट्टियों के मुकाबले इस साल पर्यटक यात्राओं में 18.2 प्रतिशत की कमी देखने को मिली है।
कोरोना के नियमों में सख्ती
चीन में कोरोना के नए मामले आने के बाद कोरोना के नियमों में सख्ती कर दी गई है जिसके कारण लोग अपने घरों में कैद होने को मजबूर हो गए है। सार्वजनिक परिवहन को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। चीन के कई शहरों में कोरोना के मामले आने के बाद अधिकारियों ने लॉकडाउन की घोषणा भी कर दी है।
चीन के मशहूर शहर में भी सख्त कोरोना पाबंदी
चीन के दक्षिण पश्चिम में युनान प्रांत स्थित सबसे मशहूर गंतव्य शहर Xishuangbanna भी कोरोना के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यहां गुरुवार को ओमिक्रोन के 12 नए मामले आने के बाद सख्त लॉकडाउन लागू कर दिया गया है और पर्यटकों के यहां आने पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। क्षेत्र के अधिकारियों ने जिंगहोंग में लोगों को तीन बार कोरोना टेस्ट कराने का आदेश जारी किया है। इसके अलावा पर्यटकों के लिए आपातकालीन खाद्य आपूर्ति की जा रही है।
कोरोना प्रतिबंधों के कारण यात्रा पूरी तरह से प्रभावित
चीन के जीरो कोविड पॉलिसी और सख्त नियमों के कारण अब लोग अपने घरों में रहना ज्यादा पसंद करने लगे है। चीन के सबसे बड़े आनलाइन ट्रेवल एजेंसी सीट्रिप के अनुसार, चीन में प्रति व्यक्ति स्थानीय पर्यटन व्यय साल दर साल 30% की वृद्धि हुई है। बता दें कि चीन के लोग ही नहीं बल्कि इंडस्ट्री में आने वाले दूसरे देशों के लोगों ने भी यहां आना बंद कर दिया है जिसके कारण रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है और अन्य चीजें भी प्रभावित हो रही हैं।