भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि चिकित्सा शिक्षा के पाठयक्रम का हिन्दी भाषा में शुभारंभ, मातृ भाषा की प्रतिष्ठा को स्थापित करने और सोच बदलने की शुरुआत का कार्यक्रम है। यह इस बात का प्रतीक है कि विशेषज्ञता के विषयों की पढा़ई केवल अंग्रेजी में ही नहीं मातृ भाषा हिन्दी में भी की जा सकती है। प्रदेश में मेडिकल के साथ ही इंजीनियरिंग, नर्सिंग और पैरामेडिकल की पढ़ाई अब हिन्दी में शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान 16 अक्टूबर को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में चिकित्सा शिक्षा के पाठ्यक्रम के हिन्दी भाषा में शुभारंभ कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। निवास कार्यालय पर हुई बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भाषा के संबंध में सोच को बदलने वाले इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोगों को शामिल करें। हिन्दी शिक्षण से संबंधित विभिन्न विद्वानों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाए।