नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की चिट्ठियों को लेकर चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि एलजी साहिब रोज मुझे जितना डांटते हैं, उतना तो मेरी पत्नी भी मुझे नहीं डांटतीं।
केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा, ''एलजी साहिब रोज मुझे जितना डांटते हैं, उतना तो मेरी पत्नी भी मुझे नहीं डांटतीं। पिछले छः महीनों में एलजी साहिब ने मुझे जितने लव लेटर लिखे हैं, उतने पूरी जिंदगी में मेरी पत्नी ने मुझे नहीं लिखे। एलजी साहिब, थोड़ा चिल करो। और अपने सुपर बॉस को भी बोलो, थोड़ा चिल करें।''
गौरतलब है कि दिल्ली में अलग-अलग मुद्दों पर आप सरकार और उप-राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना में ठनी हुई है। अभी हाल ही में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने सीएम केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल को लिखी चिट्ठी में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के दौरान दो अक्टूबर को हुए कार्यक्रम में गैरमौजूद रहने का मुद्दा उठाया।
सीएम को भेजी चिट्ठी में उपराज्यपाल ने कहा है कि मैं यह कहने को बाध्य हूं कि दो अक्टूबर को ना तो आप ना ही आपकी सरकार से कोई मंत्री मौजूद थे। देश की राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा के स्पीकर और कई विदेशी गणमान्य भी बापू को श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए मौजूद थे। चिट्ठी में उपराज्यपाल ने लिखा कि दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया कुछ मिनट मौजूद थे, हालांकि वह काफी लापरवाह दिखे। उपराज्यपाल ने पांच पन्ने की चिट्ठी में सख्त नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि राजघाट और विजयघाट पर सभी दलों के नेता भी मौजूद थे।
इसपर आम आदमी पार्टी ने चिट्ठी का जवाब देते हुए कहा कि एलजी ने प्रधानमंत्री के निर्देश पर चिट्ठी लिखी। आप ने कहा कि सीएम ने पिछले कई वर्षों में हमेशा गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री जयंती कार्यक्रमों में भाग लिया है। रविवार रो सीएम गुजरात में थे और इसलिए वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। एलजी की चिट्ठी की वजह को समझना जरूरी है।