शिवसेना के सिंबल की रेस में भी बाजी मारेंगे एकनाथ शिंदे? अगले 24 घंटों में आ सकता है आयोग का फैसला

मुंबई

दशहरे के मौके पर मुंबई में एक तरफ उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट की अलग-अलग रैलियां चल रही थीं तो वहीं दिल्ली में भी हलचल तेज थी। मुंबई में जिस वक्त दशहरा रैली चल रही थी, उसी दौरान शिवसेना का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में चुनाव आयोग के दरवाजे पर पहुंचा। दरअसल माना जा रहा है कि इस दौरान उद्धव ठाकरे गुट के नेताओं ने चुनाव आयोग को कई सबूत सौंपे और दावा किया कि पार्टी के सिंबल धनुष-बाण पर उनका ही हक बनता है। इस पर चुनाव आयोग की ओर से शुक्रवार को फैसला सुनाया जा सकता है। यानी इस अहम निर्णय में अब 24 घंटे का ही वक्त बचा है।

दोगुनी भीड़ और ठाकरे परिवार में सेंध… पावरशो में उद्धव पर भारी शिंदे
चुनाव आयोग की ओर से एकनाथ शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट को सिंबल को लेकर अपने दावे पेश करने के लिए 7 अक्टूबर तक का वक्त दिया गया था। ऐसे में अब उसकी ओर से फैसले की बारी है। शिवसेना के वरिष्ठ नेता आज वकीलों से मिलेंगे। इस बैठक में चुनाव आयोग को क्या जवाब दिया जाए, किस तरह के सबूत पेश किए जाएं, इस पर चर्चा हो सकती है। इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि शिवसेना की ओर से कुछ और समय की मांग भी की जा सकती है। हालांकि, अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव भी होने वाला है। ऐसे में सिंबल को लेकर आयोग स्थिति क्लियर कर सकता है।

उपचुनाव से पहले जरूरी है सिंबल पर फैसला होना
कहा जा रहा है कि उपचुनाव के चलते ही चुनाव आयोग हरकत में आ गया है। अगले कुछ घंटों में यानी शुक्रवार को चुनाव आयोग धनुष-बाण चिह्न को लेकर अहम फैसला दे सकता है। ऐसे में दोनों ही गुटों की इस बात पर नजर होगी कि सिंबल किसके पाले में जाता है। मुंबई में अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव 3 नवंबर को हो रहा है। उम्मीद है कि चुनाव आयोग इस उपचुनाव से पहले धनुष बाण पर फैसला दे देगा। महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष का मामला सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के समक्ष लंबित था। इसी की सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने चुनाव आयोग को सिंबल वाली अर्जियों पर फैसला लेने को कहा था।

अंधेरी ईस्ट सीट के लिए तेज है नामांकन की प्रक्रिया
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से ही चुनाव आयोग तेजी से काम कर रहा है। अंधेरी ईस्ट विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 14 अक्टूबर है। अगर नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले शिवसेना का धनुष-बाण तय हो जाए तो अंधेरी उपचुनाव के सियासी समीकरण पूरी तरह बदल सकते हैं।

 

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