भोपाल
पशुओं में फैली लंपी स्किन डिसीज (एलएसडी) से बचाव के लिए टीका की 14 लाख डोज और मंगलवार को मिल गई है। 10 लाख डोज पहले से उपलब्ध थी। इस तरह अब 24 लाख डोज भंडार में है। प्रदेश में एक करोड़ 80 लाख गोवंशी पशु हैं। लंपी से बचाव के लिए इनमें कम से कम 20 प्रतिशत यानी 36 लाख को टीका लगाना जरूरी है, लेकिन अभी तक 10 लाख को ही टीका लग पाया है। हर दिन करीब 30 हजार का टीकाकरण किया जा रहा है।
यह अच्छी बात है कि पिछले एक सप्ताह से इस बीमारी की चपेट में कोई नया जिला नहीं आया है। सबसे आखिर में बालाघाट में लंपी के मामले सामने आए थे। अब तक संक्रमित मवेशियों की संख्या करीब साढ़े 15 हजार है। इनमें 13 हजार स्वस्थ हो चुके हैं। उमस कम होेने से संक्रमण के फैलाव में कमी आई है।
पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पांच रुपये में टीका की एक डोज पड़ती है। इसके लिए राशि भारत सरकार से मिलती है, पर कंपनियों से खरीदी की जिम्मेदारी राज्यों को दी गई है। बचाव के लिए गोटपाक्स का टीका लगाया जाता है, जो सिर्फ दो कंपनियां बनाती हैं, इसलिए पहले जरूरत के अनुसार टीका नहीं मिल पा रहा था।