टोक्यो
उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन पड़ोसियों के प्रति लगातार आक्रामक रुख दिखाते रहे हैं। मंगलवार की सुबह उत्तर कोरिया ने जापान के ऊपर मिसाइल दागी है। बिना किसी चेतावनी के उत्तर कोरिया के इस आक्रामक रवैये के बाद जापान में हड़कंप है और चेतावनी के सायरन बजाए गए और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर छिपने की चेतावनी दी गई। देश के उत्तरी हिस्से में ट्रेन संचालन को भी अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था। पिछले 10 दिनों में उत्तर कोरिया का यह पांचवां मिसाइल प्रक्षेपण है। बता दें, दक्षिण कोरिया और अमरीका ने जापान के साथ पनडुब्बी रोधी अभ्यास किया है, जिसके विरोध में उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल दाग रहा है।
पांच साल में पहली बार
उत्तर कोरिया ने मंगलवार( जापानी टाइम 4 अक्टूबर) को 5 साल में पहली बार जापान के ऊपर एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी। इससे जापान में हड़कंप मच गया। प्रशासन को लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए(evacuation notices) कहना पड़ा। ट्रेनें सस्पेंड कर दी गईं। दरअसल, उत्तर कोरिया क्षेत्रीय अमरीकी सहयोगियों पर हमला करने के लिए डिजाइन किए गए हथियारों की लगातार टेस्टिंग कर रहा है। जनवरी के बाद से उत्तर कोरिया द्वारा यह सबसे महत्वपूर्ण मिसाइल परीक्षण था। जनवरी मे उसने गुआम के अमरीकी क्षेत्र तक पहुंचने में सक्षम ह्वासोंग -12 मध्यवर्ती-श्रेणी की मिसाइल(Hwasong-12 intermediate-range missile) दागी थी। इसके बाद जापान और दक्षिण कोरिया दोनों ने इस चर्चा के लिए सुरक्षा बैठकें बुलाई थीं।
जापान से गुजरी मिसाइल
प्रशांत महासागर में गिरने से पहले मिसाइल जापान के ऊपर से गुजरी, जिससे जापान में चेतावनी दी गई। घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें सायरन की आवाज सुनी जा सकती है। सायरन बजने के साथ ही चेतावनी दी जा रही है। साफ देखा जा सकता है कि सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। जापान ने इस मिसाइल को नष्ट करने के लिए किसी तरह का रक्षा उपाय नहीं अपनाया। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रक्षेपण की निंदा की है।
प्रशांत महासागर में गिरी मिसाइल
जापानी प्रधान मंत्री कार्यालय ने कहा कि उत्तर कोरिया से दागी गई मिसाइल ने जापान के ऊपर से उड़ान भरी और माना जाता है कि वह प्रशांत महासागर(Pacific Ocean) में गिर गई। जापानी अधिकारियों को 2017 के बाद से पहली बार पूर्वोत्तर क्षेत्रों के निवासियों को शेल्टर में जाने के लिए अलर्ट करना पड़ा। तब उत्तर कोरिया ने वेपन्स टेस्ट के अपने उत्तेजक परीक्षण(provocative run of weapons tests) में जापान पर ह्वासोंग -12 मिसाइल दागी थी। इस मिसाइल घटनाक्रम के चलते होक्काइडो और आओमोरी क्षेत्रों(Hokkaido and Aomori regions) में ट्रेनों को तब तक निलंबित कर दिया गया, जब तक कि सरकार अगला कोई नोटिस जारी नहीं करती। मिसाइल उत्तर कोरियाई प्रशांत क्षेत्र में गिरी है।
दस दिन में पांचवां मिसाइल परीक्षण
रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर कोरिया ने 10 दिन में यह पांचवा बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण किया है। उत्तर कोरियाई मिसाइल के बारे में जापानी तटरक्षक बल और दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने पता लगाया। इसके बाद उत्तरी जापान के निवासियों को सलाह दी गई है कि वे सुरक्षित जगहों पर शरण ले लें। उत्तर-पूर्वी होक्काइडो और आओमोरी क्षेत्रों में ट्रेन सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
जापानी प्रधानमंत्री ने यह कहा
इससे पहले 2017 में उत्तर कोरिया ने ऐसी हरकत की थी जब उसने जापान के ऊपर से मिसाइल दागी थी। जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने उत्तर कोरिया के कदम को 'बर्बर' बताया। योनहाप समाचार एजेंसी के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल ने कड़ी प्रतिक्रिया देने की चेतावनी दी है। उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के बाद जापान और दक्षिण कोरिया ने अपनी-अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है।
22 मिनट हवा में रही मिसाइल
जापान के सार्वजनिक प्रसारक एनएचके ने कहा कि मिसाइल ने लगभग 4,000 किलोमीटर तक उड़ान भरी और 1,000 किलोमीटर की ऊंचाई तक गई, जो कि लगभग 22 मिनट हवा में रहने के बाद प्रशांत महासागर में गिरी। इसे चीनी सीमा के पास से उत्तर से लॉन्च किया गया था।
दक्षिण कोरियाई सेना ने कहा कि उसने एक संदिग्ध मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का पता लगाया है जो आज सुबह लगभग 7:23 बजे जगंग प्रांत के मुप्योंग-री क्षेत्र से लॉन्च की गई और पूर्वी दिशा में जापान के ऊपर से गुजरी।