नई दिल्ली
कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने कहा कि उनके और दूसरे उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच कोई वैचारिक मतभेद नहीं है। उन्होंने ट्वीट में कहा, "मैं स्पष्ट कर दूं कि मैं खड़गे जी से सहमत हूं कि कांग्रेस में हम सभी एक-दूसरे के बजाय भाजपा का मुकाबला करना चाहते हैं। हमारे बीच कोई वैचारिक मतभेद नहीं है। हमारे मतदान सहयोगियों के लिए 17 अक्टूबर का चुनाव केवल यह देखने के लिए है कि प्रक्रिया सबसे प्रभावी ढंग से कैसे पूरी की जाए।"
उनका यह जवाब खड़गे के उस बयान पर आया, जिसमें कहा गया कि बहस भाजपा, आरएसएस से होनी चाहिए न कि कांग्रेसियों के बीच।
खड़गे का मुकाबला शशि थरूर से है, जिन्होंने पार्टी चुनावों के लिए अपना प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। थरूर ने शनिवार को कहा कि वह यह समझने में विफल रहे कि जी-23 नेता, जो पहले पार्टी में चुनावों की बात करते थे, अब पीछे क्यों हट रहे हैं और आम सहमति की बात कर रहे हैं।
17 अक्टूबर को होने वाले कांग्रेस के अध्यक्ष पद चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे बनाम शशि थरूर होने जा रहे हैं। खड़गे को न केवल पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व, बल्कि जी-23 नेताओं का भी समर्थन मिलता नजर आ रहा है।
आईएएनएस से विशेष बातचीत में थरूर ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव पांच साल बाद हो रहे हैं। पिछला चुनाव 2017 में हुआ था, जिसे राहुल गांधी ने सर्वसम्मति से जीता था। इससे पिछला चुनाव 2000 में हुआ था, जब सोनिया गांधी ने जितेंद्र प्रसाद को भारी अंतर से हराया था।
गांधी परिवार ने फैसला किया है कि वह इस बार किसी उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेंगे। थरूर ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों का मानना है कि चुनावों से पार्टी मजबूत होगी, जो बहुत अच्छी बात है।