नई दिल्ली
भारतीय वायुसेना के बेड़े को स्वदेशी ताकत मिलने जा रही है। दरअसल, सोमवार को इंडियन एयरफोर्स को लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर का पहला बैच सौंप दिया जाएगा। राजस्थान के जोधपुर में एयरफोर्स के एक कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर का यह बैच वायुसेना को दिया जाएगा। इन हेलीकॉप्टरों के शामिल होने के बाद भारतीय वायुसेना की युद्ध क्षमता में बढ़ावा मिलेगा।
भारत में बने यह हेलीकॉप्टर मिसाइलों की श्रृंखला की फॉयरिंग का एक मल्टीप्लेटफार्म देने में सक्षम है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी की मौजूदगी में जोधपुर में एक समारोह में भारतीय वायुसेना की लिस्ट में शामिल किया जाएगा। आपको बता दें कि एयरफोर्स में शामिल होने वाला नया हेलिकॉप्टर हवाई युद्ध में सक्षम है और संघर्ष के दौरान धीमी गति से चलने वाले विमानों, ड्रोन और बख्तरबंद स्तंभों से निपटने में एयरफोर्स की मदद भी करेगा।
एयरोस्पेस की प्रमुख कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने मुख्य रूप से उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनाती के लिए इस हेलीकॉप्टर्स को डिज़ाइन किया है। – इन हेलीकॉप्टर का वजन 5.8 टन होगी और उसमें दो इंजन होंगे। इन हेलीकॉप्टर्स पर सभी हथियारों का टेस्ट पूरा कर लिया गया है। – अधिकारियों ने कहा कि इसमें कई स्टील्थ फीचर्स, आर्मर्ड-प्रोटेक्शन सिस्टम, रात में हमले की क्षमता और बेहतर सर्ववाइवल के लिए क्रैश-योग्य लैंडिंग गियर हैं। – अधिकारियों ने कहा कि यह हथियारों और ईंधन के साथ 5,000 मीटर की ऊंचाई से उतर और उड़ान भर सकता है। – सशस्त्र बलों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए लद्दाख और रेगिस्तानी क्षेत्र में हेलिकॉप्टरों को बड़े पैमाने पर उड़ाया गया है। – IAF अब चिनूक हेलिकॉप्टरों में महिला पायलटों को भी तैनात कर रहा है, जो उत्तरी और पूर्वी सीमाओं पर नियमित आपूर्ति मिशन ले जा रहे हैं। 30 मार्च, 2022 को नई दिल्ली में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सीसीएस की बैठक हुई।