बीजिंग
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की कांग्रेस की बैठक इसी महीने होने वाली है, जिसमें पूरी संभावना है, कि शी जिनपिंग को लगातार तीसरी बार चीन का राष्ट्रपति चुना जाएगा। लेकिन, कांग्रेस की बैठक से पहले शी जिनपिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी को बड़े संघर्ष के लिए तैयार होने के लिए कहा है। शी जिनपिंग ने अपने एक लेख में कहा है कि, आगे कई बड़े खतरे हैं और उनसे निपटने के लिए बड़े संघर्ष के लिए तैयार हो जाना चाहिए। चीनी राष्ट्रपति का ये बड़ा बयान है, क्योंकि माना यही जा रहा है, कि चीन बहुत जल्द ताइवान पर हमला करने वाला है।
शी जिनपिंग ने क्या कहा?
चीन के राष्ट्रीय दिवस पर कम्युनिस्ट पार्टी की पत्रिका क्यूशी में प्रकाशित एक लेख में 69 वर्षीय शी जिनपिंग ने कहा कि, देश अपने महान राष्ट्रीय कायाकल्प को प्राप्त करने के इतने करीब कभी नहीं रहा है, लेकिन, अंतिम पड़ाव खतरों और चुनौतियों से भरा हुआ होगा। उन्होंने लिखा कि, बड़ी चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करने, बड़े जोखिमों से बचाव करने, बड़ी बाधाओं को दूर करने और प्रमुख अंतर्विरोधों को हल करने के लिए और लोगों का नेतृत्व करने के लिए हमारी पार्टी को एकजुट होना चाहिए। हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रविवार की रिपोर्ट के मुताबिक, शी जिनपिंग ने लिखा कि, हमें नई ऐतिहासिक विशेषताओं के तहत बड़े संघर्षों का मुकाबला करने के लिए एक साथ आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि, शी जिनपिंग ने अपने लेख में इस बात का जिक्र नहीं किया है, कि वो किस बड़े खतरे और किन चुनौतियों की बात कर रहे हैं।
16 अक्टूबर को कांग्रेस की बैठक
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के 9 करोड़ 60 लाख सदस्य हैं और माना जा रहा है, कि शी जिनपिंग ने ये लेक अपने समर्थकों में उत्साह फूंकने के लिए लिखा है, क्योंकि 16 अक्टूबर को कम्युनिस्ट पार्टी की कांग्रेस की बैठक होने वाली है, जो देश के अगले राष्ट्रपति का चुनाव करेगी। हालांकि, शी जिनपिंग का चुना जाना तय माना जा रहा है। कांग्रेस की बैठक में भविष्य के लिए नए राजनीतिक और आर्थिक नीति ढांचे पर चर्चा की जाएगी और शी जिनपिंग के अगले पांच सालों के नये संकल्पों को पास किया जाएगा। अगर शी जिनपिंग को फिर से देश का नया राष्ट्रपति चुना जाता है, जिसकी पूरी संभावना है, तो वो पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग के बाद निर्धारित 10 साल के कार्यकाल से अधिक समय तक सत्ता में बने रहने वाले एकमात्र नेता बन जाएंगे। शी जिनपिंग इस साल 10 साल का कार्यकाल पूरा करेंगे। उन्होंने लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति बनने के लिए साल 2018 में ही पार्टी के संविधान को बदल दिया था, जिसके मुताबिक एक व्यक्ति तीन बार राष्ट्रपति नहीं बन सकता था।