नई दिल्ली
नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना में स्वदेशी लड़ाकू हेलिकॉप्टर प्रचंड शामिल हो गया है। इसकी सबसे बड़ी खासियत हल्का होना है। कम वजन के चलते चीन से लगती सीमा से लेकर कारगिल तक इसका बेहतर इस्तेमाल हो सकता है। भारतीय वायु सेना के पास दुनिया का सबसे ताकतवर अमेरिकी लड़ाकू हेलिकॉप्टर अपाचे है, लेकिन जब अधिक ऊंचाई वाले रणक्षेत्र की बात हो तो प्रचंड अपाचे से भी बेहतर साबित हो सकता है। चीन से जंग की स्थिति में अपाचे अपने हल्के वजन और बेहतर फायरपावर के चलते काफी कारगर साबित हो सकता है।
कारगिल की लड़ाई के दौरान भारत की सेना को हल्के वजन वाले लड़ाकू हेलिकॉप्टर की जरूरत महसूस हुई थी। उस वक्त भारत के पास रूस से खरीदे गए फाइटर हेलिकॉप्टर थे, लेकिन इन्हें अधिक ऊंचाई वाले इलाके में इस्तेमाल करना मुश्किल था। इसके चलते HAL ने हल्के वजन वाले लड़ाकू हेलिकॉप्टर बनाने का फैसला किया था, जो LAC से लेकर कारगिल तक काम आ सके।
बोइंग AH-64 अपाचे और प्रचंड दोनों दो सीट वाले मल्टी रोल अटैक हेलिकॉप्टर हैं। इसमें पायलट हेलिकॉप्टर उड़ाने पर ध्यान देता है और गनर हमला करता है। पंखों के फैलाव के मामले में अपाचे प्रचंड से थोड़ा छोटा है। इसकी ऊंचाई भी कम है। आकार के मामले में दोनों हेलिकॉप्टर में अंतर अधिक नहीं है। हालांकि वजन के मामले में दोनों के बीच बड़ा अंतर है।
प्रचंड का वजन 2250 किलोग्राम है। यह अधिकतम 5,800 वजन लेकर उड़ सकता है। हल्का होने के चलते इसे अधिक ऊंचाई पर उड़ने में मदद मिलती है। हिमालय की चोटियों पर ऊंचाई इतनी अधिक है कि हवा पतली हो जाती है। ऐसे में हेलिकॉप्टर को लिफ्ट नहीं मिल पाता। यही कारण है कि अधिक ऊंचाई वाले इलाके में हल्के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल होता है। प्रचंड अपने साथ 700 किलोग्राम गोला बारूद लेकर उड़ता है।
अपाचे प्रचंड से करीब दोगुना वजनी हेलिकॉप्टर है। इसका वजन 5,352 किलोग्राम है। यह अधिकतम 10,107 वजन लेकर उड़ सकता है। प्रचंड में 2 शक्ति टर्बोशाफ्ट इंजन लगा है। प्रत्येक इंजन 1,430 हॉर्स पावर की ताकत पैदा करता है। अपाचे में 2 जनरल इलेक्ट्रिक T700 GE 701C टर्बोशाफ्ट इंजन लगा है। प्रत्येक इंजन 1,890 हॉर्स पावर ऊर्जा पैदा करता है।
अधिक ताकतवर इंजनों के चलते अपाचे हेलिकॉप्टरों की स्पीड अधिक है। यह अधिकतम 295 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। वहीं, प्रचंड की टॉप स्पीड 280 किलोमीटर प्रति घंटा है। प्रचंड रेंज के मामले में अपाचे से आगे है। यह 6,500 मीटर की ऊंचाई तक उड़ सकता है। वहीं, अपाचे 6,400 मीटर की ऊंचाई तक उड़ सकता है। प्रचंड का रेंज 700 किलोमीटर है। वहीं, अपाचे का रेंज 480 किलोमीटर है।
हथियारों के मामले में अपाचे प्रचंड से अधिक घातक है। अपाचे में 30mm का चेन गन है। वहीं, प्रचंड में 20mm का M621 गन है। अपाचे को 16 'हेलफायर' एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल, चार हाइड्रा-70 19-शॉट फोल्डिंग-फिन एरियल रॉकेट (एफएफएआर) पॉड्स और चार सहायक ईंधन टैंक से लैस किया जा सकता है। अपाचे हवा से हवा में मार करने वाली एआईएम-92 स्टिंगर मिसाइल से भी लैस हो सकता है।
प्रचंड को कई तरह के हथियारों से लैस किया जा सकता है। जरूरत के अनुसार इसपर रॉकेट पॉड्स या मिसाइल लगाए जा सकते हैं। इसमें हवा से हवा में मार करने वाली Mistral 2 मिसाइलें तैनात की जा सकती हैं। इसके अलावा चार ध्रुवास्त्र एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलें भी लगाई जा सकती हैं।