जयपुर
राजस्थान में अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। इस बीच सीएम गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा ने आज बड़ा बयान दिया है। गहलोत समर्थित निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने गहलोत सरकार के पांच साल पूरा करने पर संशय जाहिर किया है। सिरोही जिले मीडिया से बात करते हुए संयम लोढ़ा ने कहा कि अगर सरकार जनवरी तक रही तो प्रदेश में काम होंगे। विधायक लोढ़ा के बयान का अर्थ यह लगाया जा रहा है कि गहलोत सरकार जनवरी से पहले गिर सकती है। हालांकि, विधायक ने सीधे तौर पर सरकार गिरने की बात नहीं कही है। आपकों बता दें विधायक संयम लोढ़ा सीएम गहलोत के बेहद करीबी माने जाते हैं। विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस का टिकट नहीं मिला था। इसके बाद निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर शानदार जीत हासिल की।
राजस्थान में जारी है बयानबाजी का दौर
राजस्थान में राजनीतिक संकट की बीच पार्टी आलाकमान ने एडवाइजरी जारी की है। लेकिन गहलोत गुट के नेता उसका पालन नहीं कर रहे हैं। जबकि पायलट गुट के नेता खामोश है। सचिन पायलट कैंप की तरफ से बयानबाजी नहीं हो रही है। गहलोत कैंप के कुछ विधायक बयानबाजी कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले रविवार को गहलोत कैंप के विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक का बहिष्कार कर दिया था। जिसके कारण पार्टी के दोनों पर्यवेक्षकों को बिना मीटिंग लिए वापस लौटना पड़ा।
गहोलत-पायलट कैंप के बीच खींचतान जगजाहिर
जस्थान में गहलोत-पायलट कैंप के बीच खींचतान जगजाहिर है। वर्ष 2020 में पायलट कैंप के विधायकों ने बगावत कर दी थी। पायलट कैंप के विधायक गुड़गांव के मानेसर चले गए थे। जिसकी वजह से गहलोत सरकार संकट में आ गई थी। लेकिन राजस्थान में एक बार फिर गहलोत और पायल कैंप आमने-सामने हो गए है।