हजारों में वेतन पाने वाले कर्मचारी निकले करोड़ों के आसामी

जबलपुर

आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) जबलपुर और सागर की टीम ने आज सुबह निवाड़ी और मंडला निवासी तीन कर्मचारियों के पांच ठिकानों पर छापा मारा। जिन दो सोसायटी प्रबंधकों के घर में छापा पड़ा है, वे आपस में सगे भाई भी हैं। इसके अतिरिक्त एक टाइम कीपर के घर में भी रेड पड़ी है। तीनों कर्मचारियों के पास आय से कई गुना अधिक संपत्ति बरामद हुई है। इन तीनों कर्मचारियों का वेतन तो सामान्य था, लेकिन वे करोड़ों के आसामी निकले।

आय से 600 प्रतिशत अधिक संपत्ति
 उप निरीक्षक कीर्ति शुक्ला ने बताया कि गणेश जायसवाल मंडला के नैनपुर में समिति प्रबंधक के पद पर पदस्थ हैं। जिनके संबंध में जानकारी मिली थी कि उनके पास आय से अधिक संपत्ति है। जिसके बाद योजनाबद्ध तरीके से आज सुबह रेलवे स्टेशन कॉलोनी के पीछे नैनपुर वाले घर और इटका वाली दुकान में दबिश दी गई। जहां जांच-पड़ताल करने पर वार्ड क्रमांक 7 इटका, नैनपुर  में 1830 मकान और गोदाम, वार्ड नंबर 15 बड़ी खेरमाई के पीछे निवारी नैनपुर मंडला में दुकान, मकान एवं गोदाम क्षेत्रफल 2260 वर्गफीट, वार्ड नंबर, वार्ड नंबर 9 रेलवे स्टेशन के पीछे निवारी, नैनपुर मंडला में दो मंजिला मकान क्षेत्रफल 2798 वर्गफीट के दस्तावेज मिले हैं। इसके अतिरिक्त उनके पास नया चार पहिया पिकअप, चार पहिया माराजो,एक मोपेड और एक बाइक भी मिली है।  

दोनों सगे भाई
ईओडब्ल्यू की दूसरी टीम ने ही गणेश जायसवाल के सगे भाई और समिति प्रबंधक राजू जायसवाल के वार्ड नंबर 4 चाकोर, नैनपुर में दबिश दी। जिसके घर में भी अकूत संपत्ति के दस्तावेज प्राप्त हुए। उप निरीक्षक कीर्ति शुक्ला के मुताबिक गणेश के घर से वार्ड नंबर 7 इटका नैपुर में 5 हजार वर्गफुट दुकान और गोदाम, वार्ड नंबर 4 चाकोरपुर नैपुर में 1000 वर्गफट का मकान, मंडला-नैनपुर हाईवे में 3982 वर्गफुट दुकान-गोदाम सहित आधा दर्जन प्लॉट के दस्तावेज बरामद हुए हैं। ईओडब्ल्यू को उनके घर से तीन चार पहिया पिकअप वाहन, स्कूटर और बाइक भी मिली है। दोनों भाईयों की बात करें तो उन दोनों के पास मिलाकर आय से करीब 1700 प्रतिशत अधिक संपत्ति और व्यय का लेखा-जोखा प्राप्त हुआ।

घर में रखे मिले 10 लाख नगद
एसपी ईओडब्ल्यू देवेंद्र प्रताप सिंह राजपूत ने बताया कि समिति प्रबंधक राजू जायसवाल का मासिक वेतन लगभग 9 हजार रुपए है ,लेकिन उसके घर से करीब 10 लाख रुपए कैश मिला है। उन्होंने बताया कि दोनों ही समिति प्रबंधकों के घर-दुकानों और गोदाम मेंं कार्रवाई जारी है।

फॉरच्यूनर से चलता था टाइम कीपर
जल संसाधान विभाग में टाइम कीपर के पद पर पदस्थ कैलाश चंद्र मिश्रा के घर में ईओडब्ल्यू सागर ने दबिश दी। जिसका रहन-सहन और घर में रखे वाहनों को देखकर टीम भी हैरत में पड़ गई। जांच में पता चला कि कैलाश चंद्र ने अपने पद का दुरूपयोग कर आय से कई गुना अधिक संपत्ति अर्जित की है। उनके घर से एक्सयूपी, फारच्यूनर, रॉयल इनफील्ड जैसे वाहन मिले हैं। इसके अतिरिक्त नेहरू वार्ड पृथ्वीपुर में मकान, करीब पांच एकड़ कृषि भूमि और जेसीबी के दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।

 

 

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