स्मार्ट पुलिसिंग में मिलेगा ज्ञान, ध्यान, अध्ययन और अनुसंधान का लाभ – गृह मंत्री डॉ. मिश्रा

भोपाल :

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि मध्यप्रदेश में स्मार्ट पुलिसिंग के लिये निरंतर कार्य किया जा रहा है। जनता को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने और कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने पुलिस को आधुनिक तकनीक और संसाधनों से लैस किया जा रहा है। मध्यप्रदेश पुलिस "हैकाथॉन-2022" से इसमें और मदद मिलेगी। मंत्री डॉ. मिश्रा जेएनसीटी कॉलेज के साथ मध्यप्रदेश पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में "हैकाथॉन-2022" के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना ने कहा कि टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन को आसान बनाने के साथ पुलिस की चुनौतियों को भी बढ़ाया है। एलएनसीटी यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति जे.एन. चौकसे ने मध्यप्रदेश पुलिस का हैकाथॉन में जेएनसीटी कॉलेज को सहभागी बनाने पर आभार व्यक्त किया। एडीजी अशोक अवस्थी, जेएनसीटी ग्रुप ऑफ कॉलेज की अध्यक्ष श्रीमती पूनम चौकसे भी उपस्थित रहीं।

गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में समाज की सुरक्षा से सम्बद्ध प्रौद्योगिकी समाधान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश पुलिस और जय नारायण कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी (जेएनसीटी) भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में "म.प्र. पुलिस हैकाथॉन-2022" का आयोजन हुआ है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि "हैकाथॉन-2022" में विभिन्न कॉलेज द्वारा तकनीक को और अधिक सुदृढ़ करने इनोवेटिव आइडियास पर आधारित मॉडल प्रस्तुत किये गये हैं, जो कि भविष्य में लाभकारी साबित होंगे। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि भारतीय संस्कृति प्राचीन काल से ही समृद्ध रही है। उन्होंने कहा कि नवाचार में अपने सांस्कृतिक ज्ञान को आधुनिक तकनीक के साथ मिश्रित करने पर और भी अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। मंत्री डॉ. मिश्रा ने विजेताओं और शुभकामनाएँ दीं।

पुलिस महानिदेशक सक्सेना ने कहा कि समय के साथ तकनीकी भी तेजी से परिवर्तित होती जा रही है। आज जीवन का कोई भी पहलू तकनीकी से अछूता नहीं रहा है। पुलिसिंग में भी उतनी ही तेजी से बदलाव आया है। आज पुलिसिंग तकनीक केन्द्रित हो गई है। पुलिस हैकाथॉन में पुलिस को स्मार्ट और आधुनिक बना कर लोक कल्याण के लिये बेहतर कार्य करने समाधान, तकनीक के माध्यम से ढ़ूंढ़े जाने के प्रयास किये जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमें अनुसंधान कार्य भी अभियान के रूप में करना होगा।

एलएनसीटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति जय नारायण चौकसे ने कहा कि हैकाथॉन-2022 के लिये मध्यप्रदेश ने हमें चुन कर हमारा उत्साहवर्द्धन किया है। अनुशासन हमारी प्राथमिकता रही है। हमें सरकार के साथ भविष्य में भी कार्य करने में प्रसन्नता होगी। एडीजी दूरसंचार एवं हैकाथॉन के नोडल अधिकारी विपिन माहेश्वरी ने बताया कि "म.प्र. पुलिस हैकाथॉन-2022" में 5 प्रॉबलम स्टेटमेंट्स को रिजाल्व करने के लिये मध्यप्रदेश के 30 कॉलेज एवं अन्य राज्यों के 17 कॉलेज के विद्यार्थियों की कुल 145 प्रविष्ठियाँ पहले राउंड में मिली थी। इनमें 79 प्रविष्ठियों का चयन दूसरे राउंड के लिये किया गया। फाइनल राउंड में देश के विभिन्न हिस्सों से आई 50 टीम ने भाग लिया। म.प्र. पुलिस द्वारा प्रदान की गई तकनीकी समस्याओं पर सभी प्रतिभागियों ने अपने आइडिया एवं प्रोटोटाइप प्रोजेक्ट का प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि "म. प्र. पुलिस हैकाथॉन-2022" में प्रथम पुरस्कार एमिटी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के प्रशांत साई काले टीम, द्वितीय पुरस्कार आईआईटी मुम्बई के अंशुल कुमार टीम, तृतीय पुरस्कार पारुल यूनिवर्सिटी के रितेश कुमार टीम को मिला है। इसमें अतिरिक्त 5 टीम को प्रोत्साहन पुरस्कार भी प्रदान किया गया।

 

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