नई दिल्ली
नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ईडी की कार्रवाई जारी है। इस बीच शुक्रवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र का निधन देख रहे हैं। भारत ने लगभग एक सदी पहले से जो ईंट-पत्थर बनाया है, वो आपकी आंखों के सामने नष्ट हो रहा है। जो कोई भी तानाशाही की शुरुआत के विचार के खिलाफ खड़ा होता है, उस पर शातिर हमला किया जाता है, जेल में डाला जाता है, गिरफ्तार किया जाता है और पीटा जाता है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि सरकार का विचार ये है कि लोगों के मुद्दों जैसे- महंगाई, बेरोजगारी, समाज में हिंसा को नहीं उठाया जाना चाहिए। 4-5 लोगों के हितों की रक्षा के लिए सरकार और सरकार का एकमात्र एजेंडा चलाया जा रहा है। ये तानाशाही दो लोगों द्वारा 2-3 बड़े व्यापारियों के हित में चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष कानूनी ढांचा, न्यायिक संरचना, चुनावी संरचना के बल पर लड़ती है। ये सब ढांचे सरकार का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि सरकार ने अपने लोग इन संस्थानों में बैठा रखे हैं। हिंदुस्तान का कोई भी संस्थान स्वतंत्र नहीं है, वो RSS के नियंत्रण में है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं जितना लोगों की आवाज उठाता हूं, जितना सच बोलता हूं उतना ज्यादा मुझ पर हमला किया जाता है। मैं लोकतंत्र के लिए खड़े होने का अपना काम करता रहूंगा। ये बात समझ लीजिए कि जो धमकाता है वह डरता है। मेरा काम आरएसएस के विचार का विरोध करना है और मैं इसे करने जा रहा हूं। जितना अधिक मैं यह करूंगा, उतना ही मुझ पर आक्रमण होगा। मैं खुश हूं, आप मुझ पर हमला करो।
राहुल ने कहा कि हिटलर भी चुनाव जीतता था। वो इसे कैसे करता था? जर्मनी की तमाम संस्थाओं पर उसका नियंत्रण था। मुझे पूरी व्यवस्था दो, फिर मैं तुम्हें दिखाऊंगा कि चुनाव कैसे जीते जाते हैं।