बेंगलुरु
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कर्नाटक भाजपा को नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं को शांत करने और आगामी विधानसभा चुनावों पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया। सूत्रों ने बताया कि शाह ने कहा है कि पार्टी नेताओं को हिंदू कार्यकर्ता की हत्या के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं की पीड़ा और प्रतिक्रिया पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
सूत्रों ने कहा कि उन्होंने कार्यकर्ताओं के गुस्से को शांत करने और उन्हें पार्टी के लिए काम करने के लिए तैयार करने को लेकर साहसिक निर्णय लेने के निर्देश भी दिए, क्योंकि चुनाव नजदीक हैं।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार, प्रदेश भाजपा संगठन महासचिव राजेश कुंतुरु, राष्ट्रीय महासचिव एवं भाजपा विधायक सी. टी. रवि इस गोपनीय बैठक के दौरान मौजूद थे।
सूत्रों ने बताया कि अमित शाह ने प्रदेश भाजपा नेताओं के पार्टी कार्यकर्ताओं को कमतर आंकने वाले बयानों पर नाराजगी व्यक्त की। बैठक के दौरान प्रवीण कुमार नेट्टारे की हत्या के बाद भाजपा युवा मोर्चा के सदस्यों द्वारा सामूहिक इस्तीफे के कदम पर भी चर्चा की गई।
सूत्रों ने कहा कि अमित शाह ने राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने और अल्पसंख्यक समुदायों की राजनीतिक हत्याओं पर भी गंभीरता से विचार करने के स्पष्ट निर्देश दिए। सीएम बोम्मई को शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए भी कहा गया, क्योंकि यह आगामी विधानसभा चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
सीएम बोम्मई को हिंदू कार्यकर्ताओं की हत्या के पीछे की ताकतों के खिलाफ कठोर कदम उठाने के लिए कहा गया। सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने के फैसले पर भी चर्चा हुई, जिससे राज्य इकाई में पार्टी में व्याप्त कलह समाप्त हो गई है।