भोपाल
पशुपालन एवं डेयरी मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा है कि मध्यप्रदेश किसान क्रेडिट-कार्ड, टेगिंग, टीकाकरण, अधो-संरचना विकास आदि कार्यों में मध्यप्रदेश देश में सबसे आगे चल रहा है। इन सफलताओं का ही परिणाम है कि आज प्रदेश को किसान क्रेडिट-कार्ड में 15 हजार कार्ड प्रतिमाह का नया लक्ष्य मिला है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह लक्ष्य भी विभाग इसी गति से शत-प्रतिशत हासिल कर लेगा। मंत्री पटेल ने यह बात मंगलवार को संचालनालय पशुपालन एवं डेयरी में लिफ्ट सुविधा का लोकार्पण करते हुए कही।
मंत्री पटेल ने कहा कि अपर मुख्य सचिव जे.एन. कंसोटिया और उनके बीच विभाग के लिये नित नए आयाम स्थापित करने की जिजिविषा के साथ विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों की मेहनत और लगन का परिणाम है कि प्रदेश आज देश में पशुपालन एवं डेयरी क्षेत्र में अग्रणी स्थान पर है। प्रदेश में कुछ वर्ष पहले गाय से एक लीटर दूध मिलता था, वह अब बढ़कर 10 लीटर तक हो गया है। गौ-मूत्र, गोबर, गौ-उत्पाद अब आय के साधन बन चुके हैं। इस कार्य संस्कृति को बनाये रखें।
मंत्री पटेल, अपर मुख्य सचिव पशुपालन एवं डेयरी कंसोटिया, वेटनरी काउंसिल ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष डॉ. उमेश शर्मा और संचालक डॉ. आर.के. मेहिया ने संचालनालय परिसर में आम, जामुन, चीकू आदि के पौधे रोपे।
मंत्री पटेल ने राष्ट्रीय योजना में प्रशिक्षित पशु-सखी ए-हेल्प से भी प्रशिक्षण और गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। पटेल ने संचालनालय में प्रशिक्षणरत अनुसूचित जाति के प्रशिक्षणार्थियों से भी चर्चा की।
एक लाख का बकरा 5 लाख में बिका
नीमच के कन्हैया लाल ने बताया कि पशुपालन, मुर्गीपालन आदि के लिए मिल रहा प्रशिक्षण बहुत लाभदायक सिद्ध हो रहा है। प्रशिक्षण के बाद उनके द्वारा पोषित बकरा एक लाख रूपये में बिका, जिसे खरीददार ने पूना में 5 लाख रूपये में बेच दिया। प्रशिक्षण से छोटे पशुपालकों की आय में जो बढ़ोत्तरी हो रही है, उसके लिये हम शासन के शुक्रगुजार हैं। उप संचालक डॉ. प्रियनाथ पाठक कार्यक्रम का संचालन किया। संयुक्त संचालक डॉ. पी.एस. पटेल ने आभार माना।