भोपाल
उज्जैन में श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली भगवान महाकालेश्वर की सवारी के क्रम में आज तीसरी सवारी निकाली गई। भगवान चंद्रमौलेश्वर पालकी में सवार हो कर प्रजा को दर्शन देने के लिये निकले। भगवान महाकालेश्वर की सवारी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पत्नी श्रीमती साधना सिंह एवं पुत्र कार्तिकेय के साथ शामिल हुए। मुख्यमंत्री चौहान ने सपत्नीक सवारी निकलने के पूर्व सभा मण्डप में भगवान चंद्रमौलेश्वर का पूजन-अर्चन किया। पूजन पं.घनश्याम शर्मा द्वारा किया गया।
उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा, लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, मेला प्राधिकरण अध्यक्ष माखन सिंह, महापौर मुकेश टटवाल, जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय तथा अन्य जन-प्रतिनिधि एवं नागरिक मौजूद रहे।
भगवान महाकालेश्वर की तीसरी सवारी ठीक 4 बजे सभा मण्डप से बाहर आई। जैसे ही सवारी मन्दिर के बाहर पहुँची, तोपों की सलामी और पुलिस बल की टुकड़ी द्वारा सलामी दी गई। इसके बाद परम्परागत मार्ग से होते हुए सवारी रामघाट पहुँची। रामघाट पर मुख्यमंत्री चौहान एवं श्रीमती साधना सिंह चौहान द्वारा चंद्रमौलेश्वर का जलाभिषेक कर पूजन-अर्चन की गई। पूजन-अर्चन पं.आशीष पुजारी एवं पुजारियों के दल द्वारा किया गया।
पूजन-अर्चन के बाद रामघाट से सवारी परम्परागत मार्ग से होते हुए शहर भ्रमण के लिये निकली। मुख्यमंत्री चौहान सपत्नीक सम्पूर्ण सवारी मार्ग में पैदल चले। भगवान महाकाल की सवारी अपने निर्धारित मार्ग से भ्रमण कर पुन: लगभग शाम 7.10 बजे महाकाल मन्दिर पहुँची।