भोपाल
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ निर्वाचन सदन में बैठक की। निर्वाचन कानून एवं नियमों में संशोधन-2022 और एक अगस्त से शुरू हुए आधार संग्रहण अभियान के बारे में राजनीतिक दलों को विस्तार से जानकारी दी। साथ ही नवीन फॉमेर्ट-6B द्वारा आधार नम्बर संग्रहण करने, विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2023 की प्रारंभिक कार्यवाहियों और मतदान केन्द्रों का युक्ति-युक्तकरण के बारे में जानकारी दी। राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया। उन्होंने कहाकि आधार की निजता की पूरी गारंटी रहेगी।
वोटर आईडी कार्ड से आधार को जोड़ने बताई प्रक्रिया
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों को वोटर आईडी कार्ड से आधार नम्बर जोड़ने की प्रक्रिया बताई। उन्होंने कहा कि यह स्वैच्छिक है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन और अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार कौल ने अपने वोटर आईडी कार्ड को आधार से जोड़ा। मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल से भगवानदास सबनानी, अशोक विश्वकर्मा, जे.पी. धनोपिया एवं कार्यालय के कर्मचारी राजीव जैन, विनय देशमुख सहित अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों ने वोटर आईडी कार्ड को आधार से ऑनलाइन प्रक्रिया से जोड़ा।
राजनीतिक दल बूथ लेवल एजेन्ट की जानकारी उपलब्ध कराएँ
विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने एक अगस्त से शुरू हुए आधार संग्रहण अभियान में अधिकाधिक भागीदारी करने का अनुरोध किया। मतदान केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में जिला स्तर के प्रतिनिधियों से सहयोग, समस्त मतदान केन्द्रों पर बूथ लेवल एजेंट नियुक्त करने और उनकी जानकारी जिलों में उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने बताया कि मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम अंतर्गत जिन क्षेत्रों में जनसंख्या के अनुपात अनुसार मतदाता सूची में नाम कम जुड़े हैं और महिलाओं का प्रतिशत कम है उन क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाया जायेगा।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी कौल, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के.डी. त्रिपाठी और मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।