देवास
आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अंतर्गत शहर में 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान चलाया जाकर हर घर तिरंगा महोत्सव मनाया जाएगा। इस हेतु विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। विभिन्न गतिविधियों के साथ-साथ नगर पालिक निगम द्वारा महोत्सव मनाने की तैयारी जा रही है। इसके अंतर्गत 1 अगस्त को बाइक रैली का आयोजन किया जा रहा है।
आयुक्त विशालसिंह चौहान ने शहर के प्रबुद्ध गणमान्य नागरिक, रहवासी संघ, सामाजिक गुरु, सामाजिक संस्थाएं, व्यापारी संघ एवं अन्य सहयोगी संस्थाओं के साथ बैठक आहूत कर ज्यादा से ज्यादा नागरिकों के इस महोत्सव में भाग लेने हेतु चर्चा की। बैठक में आमंत्रित सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं धर्मगुरुओं द्वारा हर घर तिरंगा अभियान को बड़े रूप में मनाए जाने पर सहमति दी। साथ ही सुझाव भी दिए। हर घर तिरंगा महोत्सव मनाए जाने की शुरूआत में 1 अगस्त को नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ शहर के गणमान्य नागरिकों के द्वारा हर घर तिरंगा अभियान में जागरूकता लाने के लिए तिरंगे के साथ बाइक रैली शहर के प्रमुख मार्गों से निकाली जाएगी। नागरिक अपने दोपहिया वाहन के साथ सुबह 8 बजे नगर निगम प्रांगण में एकत्रित होकर रैली में शामिल हो सकते हैं।
निवाड़ी जिले में शासकीय उचित मूल्य की दुकानों पर ध्वज विक्रय केन्द्र स्थापित
कलेक्टर तरूण भटनागर के निदेर्षानुसार हर घर तिरंगा अभियान के तहत जिले में शासकीय उचित मूल्य की दुकानों पर ध्वज विक्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं। इन केंद्रों से आम नागरिक स्वयं तिरंगा क्रय कर सकते हैं।
ज्ञातव्य है कि आजादी के अमृत महोत्सव पर राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान में 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत सभी स्थानों पर झंडा संहिता का पालन करते हुये सम्मान के साथ राष्ट्रीय ध्वज फहराया जायेगा। हर घर तिरंगा अभियान का मुख्य उद्देश्य देशवासियों में राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता लाकर देशभक्ति की भावना जागृत करना और अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को स्वयं क्रय कर फहराने के लिए प्रेरित करना है। भारतीय ध्वज संहिता का पालन करते हुए सभी को अपने घर, दुकानों, कार्यालयों, शैक्षिक संस्थानों आदि पर स्वेच्छा से तिरंगा फहराने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा।
हर घर झण्डा अभियान अंतर्गत झण्डा फहराए जाने के संबंध में भारतीय झण्डा संहिता के पालन संबंधी निर्देश जारी किए गए हैं। जिसके अनुसार राष्ट्रीय ध्वज खादी, कॉटन, रेशम, पोलिएस्टर से निर्मित हो। राष्ट्रीय ध्वज इस तरह फहराया जाना चाहिए कि भगवा रंग सबसे ऊपर हो। राष्ट्रीय ध्वज को आधे डण्डे पर नहीं फहराया जाना चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर पेन, पेंसिल, स्केच पेन आदि से कुछ भी लिखा नहीं होना चाहिए। फटा हुआ अथवा क्षतिग्रस्त हुए राष्ट्रीय ध्वज को नहीं फहराया जाना चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज को इस तरह नहीं फहराया जाये, जिससे ध्वज जमीन अथवा बहते पानी को छू रहा हो। राष्ट्रीय ध्वज को सिंगल डंडे पर फहराया जाना चाहिए तथा उस डंडे पर अन्य कोई झण्डे को साथ में नहीं फहराया जाना चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज को फहराते समय यह सुनिश्चित किया जाए कि झण्डा फहराने से कोई व्यावसायिक लाभ अर्जित करने की स्थितियां निर्मित नहीं हो रही हो। राष्ट्रीय ध्वज को क्षतिग्रस्त होने, गंदा होने अथवा अभियान समाप्ति उपरान्त सार्वजनिक स्थल पर या ऐसे स्थान पर नहीं फेंका जाये, जिससे ध्वज के सम्मान को ठेस लगे। राष्ट्रीय ध्वज को हर घर झण्डा अभियानह्ण की समाप्ति पर निजी तौर पर धोकर तथा तत्पश्?चात सहेजकर घर में ही सुरक्षित स्थान पर रखना चाहिए।