भोपाल
जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता मदन सिंह डाबर ने तवा और बारना बाँध का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि बारिश से अब तक प्रदेश के दर्जनभर से अधिक बाँध 75 प्रतिशत से अधिक भर चुके हैं। ऐसे में बांधों का लगातार तकनीकी निरीक्षण किया जा रहा और वर्तमान स्थिति की जानकारी ली जा रही है। रिपोर्ट तैयार कर विभाग के मंत्री और अपर मुख्य सचिव को अवगत कराया जा रहा है। विभाग के मुख्य अभियंता शिशिर कुशवाह, अधीक्षण अभियंता राजेश श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
स्काडा सिस्टम की ट्रायल जारी
प्रमुख अभियंता डाबर ने बताया कि राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना में तवा और बारना बाँध में स्काडा सिस्टम लगाया जा रहा है, जिसकी ट्रायल की जा रही है। स्काडा सिस्टम वेब आधारित होने से बाँध का जल स्तर और अन्य आँकड़े विभाग तथा आमजन तक इंटरनेट (सेटेलाइट) द्वारा किसी भी जगह या स्थान से देखे जा सकते हैं। इससे बाँध प्रबंधन एवं सिंचाई प्रणाली में पारदर्शिता आएगी। साथ ही स्काडा से पानी प्रबंधन को और भी बेहतर किया जा सकेगा। डाबर ने बताया कि स्काडा सिस्टम लगने से नदियों, नहरों और सिंचाई सिस्टम की ऑनलाइन मॉनिटरिंग भी की जा सकेगी। इससे सिंचाई प्रणाली में और सुधार आएगा।
क्या है स्काडा सिस्टम
स्काडा सिस्टम का उपयोग बाँध में पानी की आवक का आकलन करने और उसके अनुसार बाँध के गेटों का आटोमेटिक संचालन करने में होता है। इंटरनेट के माध्यम से इसे किसी भी स्थान से संचालित किया जा सकता है। साथ ही किसी भी स्थान से रियलटाईम डाटा देखा जा सकता हैl