लाहौर
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व पीएम इमरान खान ने रविवार को पंजाब में विधानसभा सदस्यों के साथ एक बैठक की। इस दौरान उन्होंने आगामी चुनावों की तैयारी के लिए पार्टी नेताओं को निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान में चल रही सत्तारूढ़ गठबंधन की सरकार को देश के आर्थिक हालात के लिए जिम्मेदार ठहराया।
इमरान ने पार्टी के पुनर्गठन की प्रक्रिया को पूरा करने का दिया निर्देश
द न्यूज इंटरनेशनल ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इमरान खान ने पंजाब के पूर्व प्रांतीय स्वास्थ्य मंत्री यास्मीन राशिद को पार्टी के पुनर्गठन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया है। पीटीआई प्रमुख ने रविवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में पंजाब के मुख्यमंत्री चौधरी परवेज इलाही और पूर्व संघीय मंत्री मूनिस इलाही से भी मुलाकात की और आपसी हित के मामलों और पंजाब की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की।
इमरान ने शहबाज सरकार पर साधा निशाना
न्यूज इंटरनेशनल के मुताबिक, इमरान खान और परवेज इलाही ने प्रांतीय कैबिनेट के गठन और अन्य मुद्दों पर चर्चा की। सूत्रों ने कहा कि पीटीआई और पीएमएलक्यू के कई नामों को पंजाब कैबिनेट विभागों के लिए चुना गया है। इस बीच, शहबाज शरीफ सरकार पर कटाक्ष करते हुए इमरान खान ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन की अपाहिज नीतियां पाकिस्तान की दुर्दशा और उसकी विफल अर्थव्यवस्था के लिए जिम्मेदार हैं।
बैठक में पारित हुए कई प्रस्ताव
इसके अलावा, पंजाब विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन ने मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुल्तान सिकंदर राजा के तत्काल इस्तीफे की मांग करते हुए एक सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) के सभी सदस्यों के इस्तीफे की मांग की। इसके अलावा प्रस्ताव में देश में तत्काल चुनाव की भी मांग की गई और एक अंतरराष्ट्रीय साजिश के जरिए पीटीआई की चुनी हुई सरकार को हटाने के फैसले की निंदा की गई।
'गठबंधन सरकार ने अर्थव्यवस्था को किया बर्बाद'
प्रस्ताव में कहा गया कि इस साजिश से देश की राजनीतिक स्थिति अनिश्चित हो गई है। इसमें कहा गया है कि 'गठबंधन सरकार' ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया और मुद्रास्फीति नए रिकार्ड स्थापित कर रही है। इस बीच, इमरान खान के नेतृत्व वाली पीटीआई द्वारा पंजाब उपचुनाव जीतने के बाद पीएमएल-एन नेता और आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने लाहौर में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि जल्द चुनाव होने हैं, लेकिन गठबंधन के साथ चर्चा के बाद ही निर्णय को अंतिम रूप दिया जाएगा।