पुणे
महाराष्ट्र के पुणे जिले में एक आरटीआई कार्यकर्ता को अगवा करने के बाद मौत के घाट उतार दिया गया. उसका शव हाइवे के किनारे से बरामद हुआ. कत्ल की इस सनसनीखेज वारदात से इलाके में दहशत फैल गई. पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया है. अब पूरे मामले की छानबीन की जा रही है.
मामला पुणे के शिवणे इलाके का है. दरअसल, मंगलवार की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि मुलशी तहसील के पिरंगुट-लवासा हाइवे पर एक शख्स की लाश पड़ी है. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर जा पहुंची. पुलिस ने सड़क के किनारे जंगल से शव कब्जे में ले लिया. लाश की शिनाख्त की तो पता चला कि मरने वाला 32 वर्षीय आरटीआई कार्यकर्ता विनायक सुधाकर शिरसाट था.
पुलिस ने मृतक की शिनाख्त उसके कपड़ों और मोबाइल फोन से की. पुलिस ने पंचनामे की कार्रवाई के बाद विनायक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस को शक है कि उसकी हत्या बड़ी बेरहमी के साथ की गई. पुलिस ने बताया कि विनायक को 8 दिन पहले अगवा किया गया था.
शिरसाट के अपहरण की शिकायत उनके भाई किशोर ने जिले के भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी. पुलिस के मुताबिक उसकी लाश बुरी तरह से क्षतिग्रस्त थी. पुलिस ने इस मामले में 2 संदिग्धों को तेलंगाना से हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है कि उनकी हत्या अवैध निर्माण के खिलाफ आवाज उठाने पर की गई. पुलिस मामले की छानबीन कर रही थी.